जगह जगह पर गवर्नमेंट ने यह रिपोर्ट किया है कि जब उन्होंने आते जाते लोगों में से कुछ लोगों का कोविड-19 का टेस्ट किया तो उनमें से एक व्यक्ति कोविड-19 निकला और यह स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली राजधानी में धमाका:
जैसे कि मैंने आपको ऊपर बताया है कि कोविड-19 का ट्रिपल म्युटेंट वैरीअंट उसके इंफेक्शन को बहुत तेजी से बढ़ा रहा है। नई दिल्ली में यह बात खासकर देखी जा सकती है। नई दिल्ली में एक ही दिन में कोविड-19 के केसेस 3 लाख से ऊपर चले गए है। यह इस बुधवार [21 अप्रैल 2021] की बात है। नई दिल्ली में उसी दिन 2000 से ज्यादा लोगों की मृत्यु भी हो गई है। और यह अभी तक का सबसे बड़ा धमाका है।
दूसरे शहरों की हालत:
ज्यादा से ज्यादा शहर और सीमाओं पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होती जा रही है । नई दिल्ली भी इसमें शामिल है। केंद्र सरकार ने नई दिल्ली के ऑक्सीजन कोटा को इसी वजह से बड़ा भी दिया और ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन दिल्ली में पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसी चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक हरियाणा के ऑफिसर पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर के आन बान को रोकने की कोशिश की। लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर बहुत तेजी से एक्शन लिया और दोनों शहरों की ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने की पूरी कोशिश की। इसी चलते यह बात सुर्खियों में नहीं आई और शांति बनी रही। लेकिन इसकी वजह से यह बोला जा रहा है कि हरियाणा के मंत्रियों और दिल्ली के मंत्रियों में मनमुटाव होते जा रहे हैं।
हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री का कहना:
"हम सब को यह फोर्स किया जा रहा है कि हम सबसे पहले दिल्ली को ऑक्सीजन , दे हमें पहले अपनी जरूरतों को पूरा करना चाहिए और फिर दूसरों के बारे में सोचना चाहिए। कल की ही बात है जब हमारा एक ऑक्सीजन सिलेंडर के टैंकर को दिल्ली सरकार द्वारा लूट लिया गया जब वह फरीदाबाद जा रहा था। मैं आपसे और दिल्ली सरकार से पुलिस प्रोटेक्शन की गुजारिश करता हूं हर ऑक्सीजन टैंकर के ट्रक के लिए।"
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वित्त मंत्री का कहना:
आजकल के चलते इंटरव्यू में वित्त मंत्री जी ने यह भी बताया है कि गवर्नमेंट बहुत कोशिश कर रही है ताकि जिससे वह कोविड-19 की संख्या को घटा सकें । अभी तक रेमदेसीविर दवाइयों को 36 लाख से 78 लाख प्रति मास बढ़ाया जा चुका है और यह कार्य आगे भी चल रहा है। कुछ और भी नियम बनाए जा रहे हैं जैसे कि सड़कों को साफ रखना ऑक्सीजन टैंकर को सुरक्षित रखना और एंबुलेंस के आने जाने के लिए जगह बनाना। उन्होंने यह भी बताया कि वह 19 से ज्यादा शहरों को और राज्य शहरों को दवाइयों का आदान प्रदान कर रहे हैं जिसकी वजह से कोविड-19 के मरीजों को मदद मिल सके। लेकिन कुछ शहर अभी भी बहुत ज्यादा इंफेक्शन से भरे हैं जैसे कि दिल्ली गुजरात हरियाणा आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र मध्य प्रदेश के जिला पंजाब राजस्थान उत्तर प्रदेश तमिलनाडु और उत्तराखंड।
ऐम्स के डॉक्टरों का कहना:
एम्स के कुछ मशहूर डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि कोविड-19 की वैक्सीन जैसे रेमडेसिविर कोई ज्यादा गहरा प्रभाव नहीं करती और ज्यादा कर लोग बिना इस दवाई के भी ठीक हो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत डॉक्टर अभी भी नई दवाइयों की खोज में लगे हुए हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सके।
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